Healthy आहार महंगा क्यों है? हम जानते हैं, लेकिन कैसे?

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Healthy आहार महंगा क्यों है? हम जानते हैं, लेकिन कैसे?

स्वस्थ आहार (Healthy Eating) का सेवन करने की सलाह तो हर जगह दी जाती है, लेकिन जब हम बाजार में ताजे फल, सब्जियां, ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स या हेल्दी फूड खरीदने जाते हैं, तो हमें यह एहसास होता है कि स्वस्थ आहार महंगा क्यों है। जबकि हर कोई जानता है कि पौष्टिक आहार हमारे शरीर के लिए जरूरी है, फिर भी इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना आम आदमी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

प्राकृतिक और ताजे उत्पादों की कीमतें

स्वस्थ आहार में ताजे फल, सब्जियां और ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों का समावेश होता है। ये सभी उत्पाद प्रकृतिक रूप से उगाए जाते हैं और इनमें रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों का इस्तेमाल कम से कम किया जाता है। इस प्रकार की खेती में अधिक समय और मेहनत लगती है, क्योंकि ये उत्पाद मौसम के अनुसार होते हैं और इनकी खेती में अधिक देखभाल की जरूरत होती है। इससे इनकी कीमत भी बढ़ जाती है।

ऑर्गेनिक फूड्स का उत्पादन महंगा होने के कारण, इनकी कीमतें भी अधिक होती हैं। उदाहरण के लिए, ऑर्गेनिक फल और सब्जियां सामान्य खेती की तुलना में 20% से 30% तक महंगी हो सकती हैं।

लॉजिस्टिक और ट्रांसपोर्टेशन खर्च

स्वस्थ आहार के लिए जो ताजे फल, सब्जियां और अन्य खाद्य उत्पाद होते हैं, उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक लाने में अधिक खर्च आता है। इन उत्पादों को उचित तापमान में रखना और जल्दी से जल्दी बाजार तक पहुंचाना जरूरी होता है, ताकि उनका पोषण तत्व बना रहे। इसके लिए विशेष ट्रांसपोर्टेशन और भंडारण की आवश्यकता होती है, जो कि महंगा साबित होता है। यह अतिरिक्त पैसे, अंत में उपभोक्ता पर डाली जाती है, जिससे कीमतें बढ़ जाती हैं।

कम मांग और उच्च उत्पादन लागत

स्वस्थ आहार उत्पादों की मांग कभी-कभी सामान्य खाद्य उत्पादों के मुकाबले कम होती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां लोग पारंपरिक और सस्ते खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता देते हैं। इसके कारण, स्वस्थ आहार की आपूर्ति सीमित होती है और उत्पादन में अधिक खर्च आता है। किसान या निर्माता उन उत्पादों की सीमित संख्या में आपूर्ति करते हैं, जिससे कीमतों में वृद्धि होती है।

ब्रांडिंग और मार्केटिंग का खर्च

आजकल के समय में, ब्रांडेड हेल्दी फूड्स की मांग बढ़ी है, और इन उत्पादों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग में भारी निवेश किया जाता है। उत्पादों को आकर्षक पैकेजिंग में प्रस्तुत किया जाता है, जो अतिरिक्त लागत बढ़ाता है। इसके साथ ही, जिम, फिटनेस और हेल्थ क्लब्स के साथ जुड़ी ब्रांडिंग भी इन उत्पादों को महंगा बनाती है। लोग जब इन ब्रांड्स को पहचानते हैं, तो बो उन्हें अधिक कीमत में खरीदने को तैयार रहते हैं।

विकसित और महंगी प्रौद्योगिकी

स्वस्थ आहार के उत्पादों की पैकेजिंग, कंजरवेशन और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कई उन्नत प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे, फ्रीज ड्राईिंग, सूक्ष्मजीव नियंत्रण, और अन्य वैज्ञानिक विधियों का उपयोग किया जाता है। इन तकनीकों को लागू करने के लिए निवेश और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है, जो उत्पाद की लागत को बढ़ा देती है।

सरकारी नीतियां और सब्सिडी की कमी

स्वस्थ आहार के उत्पादों को अक्सर अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक कर और शुल्क देना पड़ता है, क्योंकि सरकार आमतौर पर इन उत्पादों को सब्सिडी नहीं देती है। इसके विपरीत, अनहेल्दी और प्रोसेस्ड फूड्स पर कम कर और अधिक सब्सिडी मिलती है, जिससे इनकी कीमतें कम रहती हैं। यह नीति स्वस्थ आहार को महंगा बनाने का एक प्रमुख कारण बन जाती है।

स्वस्थ आहार महंगा होने के कई कारण हैं – उच्च उत्पादन लागत, सीमित आपूर्ति, महंगे परिवहन खर्च, और सरकार की नीतियों का प्रभाव। हालांकि, यह सच है कि स्वस्थ आहार की कीमत अधिक होती है, लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और इसके फायदे लंबी अवधि में दिखाई देते हैं। यदि हम आज स्वस्थ खाने पर थोड़ा अधिक खर्च करते हैं, तो भविष्य में इससे होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं पर होने वाले खर्चों को बचा सकते हैं।

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