जी हाँ साक्षी मालिक ने कुश्ती को आज से अलविदा कह दिया है। साक्षी मालिक ने यह निर्णय यह बोल के लिया की वो अपने महिला पहलवालों , जिनके साथ गलत हुआ उनके लिए कुछ नहीं कर पायी इसलिए उनकोने कुश्ती छोड़ दी ।
यह खबर बहुत ही काम मीडिया वालों ने प्रकाशित की , न ही अपने चैनल पर दिखाया न ही बताया। इससे पता चलता है की देश के लिए मैडल लाने वालों की कितना अहमियत है।
हाल ही में हुए कुश्ती संघ के अध्यक्ष के चुनाव में बृज भूषण के करीबी , संजय सिंह इस चुनाव में जीत हासिल की और संजय सिंह जी नए अध्यक्ष बन गए है। संजय सिंह के खिलाफ अनीता सिंह ने चुणाव लड़ा जो की हार गयी। इससे यह पता चलता है की बृज भूषण सिंह की कितनी पकड़ और पहुंच है। 21 दिसंबर को जब वोटो की गिनती शुरू हुई तो अनीता सिंह को केवल 7 वोट ही मिले जबकि संजय सिंह जी को 40 वोट मिले।
अनीता सिंह वो कैंडिडेट है जिन्होंने बृज भूषण सिंह पर यौन शोषण का आरोप भी लगाया था और जब दिल्ली में पहलवानो का धरना प्रदर्शन चल रहा था तब अनीता सिंह ने दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पहलवाओं से मुलाकात भी की और अपना समर्थन भी दिया था। फिर भी वो चुनाव हार गयी और बृज भूषण सिंह ने अपने कैंडिडेट को चुनाव में उतार दिया और जीत दिलवाई।
कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण सिंह , इस पद पर पिछले 12 साल से बने थे लेकिन पिछले कुछ महीनो से या ये बोल से की पिछले साल से बृज भूषण सिंह जी पर यौन शोषण के आरोप में होने कारण बृज भूषण सिंह जी को अपने पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था।
इस वर्ष के शुरुवात में कुछ महिला पहलवान ने बृज भूषण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। अगर नंबर्स में बात आकर तो लगभग 15 से 20 महिला पहलवान ने बृज भूषण पर आरोप लगाए की बृज भूषण ने उनके साथ जब अकेले में और कभी कभी जब महिला पहवान प्रैक्टिस कर रही होती थी तब वो उनके प्राइवेट जगह पर अपने हाथ फेर देते थे। इतना ही नहीं और भी बहुत कुछ। जो की खुल कर कोई भी नहीं बता सकता। हमे स्कूलों में सिखाया जाता है की महिला को किस तरफ के स्पर्श आप कर सकते हो और कहा कहा आप प्रश् कर सकते हो।
इन् 15-20 महिला पहलवान ने अपनी आवाज़ उठने के लिए कुछ बड़े खिलाड़ियों का सहारा लिए और उनको अपनी आपबीती बताई। यह आवाज़ के भारत के अलग अलग हिस्सों उत्तर प्रदेश , महाराष्ट्र आदि से थी। सभी ने बताया की जब वो प्रैक्टिस कर रही होती थी या जब भी वो अकेले होती थी तब यह हरकत बृज भूषण जी करते थे। सभी ने अपना नाम नहीं बताने के लिए कहा। सब की आप बीती सुनाने के बाद बजरंग पुनिया , विनेश फोगाट और साक्षी मालिक ने बृज भूषण के खिलाफ मोर्चा खोला।
बजरंग पुनिया , विनेश फोगाट और साक्षी मालिक ने जब अपनी बात उठाई और जब देखा की कुछ नहीं हो रहा तब , इन सब ने जंतर मंतर पर धरना देना शुरू कर दिया , बहुत सारे बड़े बड़े मंत्रियों से मुलाकात ही और कुछ मांगे रखी लेकिन सभी के वादे झूठे निकले और जैसा की साक्षी मालिक ने बोला अगर वो अपने से छोटे महिला पहलवाओं को न्याय नहीं दिला पायी तो वो कुश्ती छोड़ देंगी और वैसा ही किया।
अब उन् खिलाड़ियों का क्या होगा जिनके साथ गलत हुआ था उनका तो करियर ख़त्म और उनको कुश्ती छोड़ कर और कुछ करना होगा। यह भारत के पूरे इतिहास में सबसे गलत हुआ जहाँ पर एक इंसान की इतनी पकड़ पहुंच होती है की कोई उसके खिलाफ कुछ बोल नहीं सकता , करने की तो बात ही बहुत दूर है। लेकिन ऐसा भी बोला जाता है की भगवान् के घर देर है पर अंधेर नहीं शायद उन् खिलाड़ियों को न्याय पाने के लिए और न जाने कितना इंतज़ार करना होगा।